09 SEP 2025
जैसे मोमबत्ती बिना आग के जल नहीं सकती, मनुष्य भी आध्यात्मिक जीवन के बिना नहीं जी सकता।
तीन चीजें ज्यादा देर तक छुप नहीं सकती- सूरज, चंद्रमा और सत्य।
सत्पुरुष सर्वत्र (पाँचो स्कंधों में) छंदराग छोड़ देते हैं, संत जन कामभोगों के लिए बात नहीं चलाते, चाहे सुख मिले या दुःख, पंडित (जन) (अपने मन का) उतार-चढ़ाव प्रदर्शित नहीं करते।
तुम अपने क्रोध के लिए दंड नहीं पाओगे, तुम अपने क्रोध द्वारा दंड पाओगे।
किसी जंगली जानवर की अपेक्षा एक कपटी और दुष्ट मित्र से ज्यादा डरना चाहिए, जानवर तो बस आपके शरीर को नुकसान पहुँचा सकता है, पर एक बुरा मित्र आपकी बुद्धि को नुकसान पहुँचा सकता है।
आपके पास जो कुछ भी है, उसे बढ़ा-चढ़ाकर मत बताइए, और न ही दूसरों से ईर्ष्या कीजिए, जो दूसरों से ईर्ष्या करता है उसे मन की शांति नहीं मिलती।
वह जो पचास लोगों से प्रेम करता है उसके पचास संकट हैं, वह जो किसी से प्रेम नहीं करता उसके एक भी संकट नहीं है।