योग भारत की एक प्राचीन परंपरा है। जो हमें शारारिक और मानसिक रूप से स्वास्थ्य, मजबूत और सकारात्मक बनाए रखती हैं।
आइए ऐसे 5 योगासन के बारे में जानें, जो डॉयबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर के साथ-साथ हमारे मेटाबॉलिक सिंड्रोम को सही कर सकते हैं।
इसे धनुष मुद्रा के नाम से भी जाना जाता है। इससे हमारे शरीर में लचीलापन आता है, जिससे पेट की मांसपेशियां मजबूत रहती हैं। साथ ही यह वजन घटाने में भी मदद करता है।
भुजंगासन से ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है, तनाव कम रहता है और रीढ़ की हड्डी को आराम मिलता है। साथ ही यह ग्लूकोस लेवल और मेटाबॉलिक सिंड्रोम को सही करता है।
इस आसान की मदद से हमारा लिम्फेटिक सिस्टम (Lymphatic system) एक्टिव और मजबूत रहता है। जिससे हमारे शरीर को वायरल बिमारियों से लड़ने में मदद मिलती है। साथ ही पैरों में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है और बॉडी का ग्लूकोस लेवल मेंटेन रहता है।
यह आसन दिल की धड़कन को कंट्रोल करता है। जिससे मन शांत रहता है और कॉर्टिसोल को कम करने में मदद मिलती है। साथ ही यह लंबे समय तक रहने वाले स्ट्रेस और हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में सहायक हैं।
यह आसान हमारी रीढ़ की हड्डी को आराम देता है और ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाता है। साथ ही यह, स्ट्रेस और मेटाबोलिक सिंड्रोम से परेशान लोगों के लिए इंसुलिन सेंसिटिविटी में सुधार करता है।
इस योग दिवस से रोजाना 10 मिनट व्यायाम करें। जो स्ट्रेस को कम करने के साथ-साथ मन को शांत रखेगा। योगासन करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।