सौरव मर्डर केस:
3 मार्च को मेरठ में इस खबर ने सबको चौंका दिया था जब सौरव मर्डर केस की ये दिल दहला देने वाली घटना सामने आई थी। दरअसल सौरव अपनी 5 साल की बेटी का जन्मदिन मनाने भारत आया था। मौका पाते ही मुस्कान ने अपने प्रेमी संग मिलकर उसकी हत्या कर दी थी। ये बात है सौरव की जो मर्चेंट नेवी में काम करता था। 28 फरवरी को वो बेटी का जन्मदिन मनाने अपने घर आया था, हालांकि वो इस बात से अनजान था कि उसके खिलाफ इतनी बड़ी साजिश रची जा रही थी। आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला:

क्या है सौरव मर्डर केस का रहस्य?
ये बात 3 मार्च 2025 की है जब सौरव अपने घर वालों से मिलने मेरठ में स्थित इंदिरानगर वाले घर गया था , वहाँ उसकी माँ ने रात के खाने में कोफ्ते की सब्जी बनाई थी, वहाँ से लौटते समय उसकी माँ ने कुछ सब्जी पैक करके उसे घर के लिए भी दी। वो लगभग 8:30 तक अपने घर पहुँचा, उसने सब्जी अपनी पत्नी मुस्कान को परोसने के लिए दी। इस खूबसूरत मौके का फायदा उठाते हुए मुस्कान ने उसमे नींद की दवा मिला दी। करीब 9:30 बजे उन्होंने रात का खाना खाया और फिर सौरव सोने चला गया। लगभग दो घंटे बाद मुस्कान ने जब सौरव को देखा तो वो पूरी तरह से बेहोश हो चुका था।
तब मुस्कान ने अपने प्रेमी साहिल को कॉल करके वहाँ बुला लिया, जब साहिल वहाँ पंहुचा तो उन्होंने पूरी तरह से जाँचा की वो बेहोश हुआ भी है या नहीं, पूरी तरह विश्वास हो जाने पर साहिल ने मुस्कान से कहा कि नई जिंदगी की शुरुआत तुम्हारे हाथो होनी चाहिए। उन दोनों ने वहाँ बैठकर पहले गांजा पिया और फिर साहिल रसोई से दो चाकू लेकर आया और दोनों ने मिलकर सौरव के दिल पर चाकू मारा, चाकू लगते ही सौरव के मुँह से हिचकी तो आई पर वो दवा के नशे के कारण चिल्ला नहीं पाया, दोनों ने तीन बार चाकू मारे और सौरव को मौत के घाट उतार दिया।

पत्नी ने क्यों किए 18 टुकड़े: क्या है पूरी सच्चाई?
सौरव को मारकर साहिल ने उसके शव के टुकड़े किये और इतन में ही मुस्कान पैकिंग बैग ले आई जिसे उसने ऑनलाइन ख़रीदा था। उसके अंदर उन्होंने सौरव के शव के टुकड़े भरे। पहले दोनों ने मिलकर फर्श को ब्लीचिंग पाउडर से पूरी तरह से साफ़ किया, इसी कारण मुस्कान ने 10 किलो ब्लीचिंग पाउडर लाकर रखा हुआ था। फिर करीब रात के 2:30 बजे साहिल उस बैग को अपने ब्रम्हपुरी वाले घर में ले गया। जो सौरव के घर से करीब 800 मीटर की दूरी पर था, जहाँ उसके साथ मुस्कान भी गई थी। लेकिन जब लाश को दफ़नाने की जगह न मिली तो उन्होंने उसे वही रखा और सो गए। सुबह 4 मार्च के दिन साहिल ने मुस्कान को एक ड्रम, सीमेंट और थोड़ा रेत लाने को कहा फिर दोनों ने मिलकर शव के टुकड़े उसमें भर दिए और फिर उसमे ऊपर से सीमेंट और रेत का घोल भर दिया ताकि किसी को पता न चले।


हिमाचल की वादियों में साहिल और मुस्कान का आखरी सफर !
ये जो तस्वीरें आप देख रहे है ये वही हैं, जो उन्होंने कत्ल के बाद हिमाचल की वादियो में ली थीं। सब को लग रहा था कि ये दोनों हिलस्टेशन का लुफ्त उठा रहे हैं, लेकिन उनके काले कारनामे से अभी तक सब अनजान थे। उनके चेहरे पर न कोई डर था और न ही कोई खौफ। शायद उन्हें अंदाजा ही नहीं था की उनकी ये साजिश ज्यादा दिनों तक टिकने वाली नहीं थी।
ये बात कुछ दिन पहले की है जब सौरव लंदन से वापस आया था, तब उसके बैंक एकाउंट में 6 लाख रुपये थे। लंदन में उसका महीने का वेतन करीब 1 लाख रुपये था। किसी फोरन केस में उसका बैंक अकाउंट सीज़ हो गया था परन्तु उससे पहले सौरव ने मुस्कान के अकाउंट में 1 लाख रुपये डाले थे। सौरव, मुस्कान को महीने के 10,000 रु मासिक खर्च भी देता था, उन्हीं पैसों से मुस्कान ने 54,000 रु में शिमला में एक कमरा और कैब भी बुक की। मुस्कान और साहिल वहाँ 13 दिन रुके उन दिनों में उन्होंने एक मंदिर में जाकर शादी भी कर ली। सौरव का फ़ोन मुस्कान के पास था, और जब भी उस पर कोई कॉल आता वो उसे नहीं उठाती थी और मेसेज में कहती थी की यहाँ बहुत शोर है, मैं अभी पार्टी में हूँ, कॉल नहीं उठा सकता।
सौरव मर्डर केस में पुलिस की छानबीन !
पुलिस को जब मामले का पता चला तब उन्होंने साहिल के कमरे की तालाशी ली। जिसमें बहुत सी चौकानें वाली बातें सामने निकल कर आई, साहिल के कमरे से कई सारी तंत्र -मंत्र की किताबे, हड्डियां और अजीबोगरीब सामान मिला। बताया जा रहा है कि सौरव, लन्दन में एक बेकरी में काम करता था इसलिए मुस्कान उसके साथ नहीं रहती थी। इसी बात का फायदा उठाते हुए मुस्कान ने साहिल के साथ मिलकर सौरव को मारने की साजिश रची। जब मुस्कान और साहिल की कॉल डीटेल्स जांची गईं तो दोनों के बीच हुई बातचीत से साजिश का पर्दाफाश हो गया। मुस्कान और साहिल जब मेरठ लौटे तो सौरव की बेटी पापा से मिलने की जिद करने लगी तब मुस्कान ने अपने घर वालों को बताया कि सौरव का मर्डर हो गया है।
माता -पिता ने बताई मुस्कान की हैवानियत की कहानी :
जिस मुस्कान को लोग एक सीधी-साधी आम गृहणी समझते थे, वो असल में एक तेज-तरार महिला निकली। जब मुस्कान अपने घर पहुंची तो उसने अपने घर वालों से बताया की सौरव का मर्डर हो गया है। इस पर जब उसके माता – पिता ने पूछा तो उसने बात को घुमाने की कोशिश की, पर ज्यादा देर तक वो सच छिपा नहीं पाई। फिर जब मुस्कान के पिता को सारी बात का पता चला तो वे तुरंत ही ब्रम्हपुरी थाने में चले गए और पुलिस को सारी बात बताई। इसके बाद पुलिस ने दोनों को पकड़कर सलाखों के पीछे डाल दिया। हत्या की आरोपी मुस्कान के पिता प्रमोद रस्तोगी ने अपनी बेटी को कत्ल के इंजाम में उसे फांसी देने की मांग की है। मुस्कान के पिता ने कहा कि उसने अपने जीने का हक़ खो दिया है, वहीं मुस्कान की माँ ने मृतक सौरव के प्रति हमदर्दी जताते हुए कहा कि सौरव को न्याय जरुर मिलना चाहिए।