क्या है केफिर (Kefir)? घर पर कैसे बनाएं? फायदे सुनकर रह जाएँगे दंग

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केफिर (Kefir) वैज्ञानिक अंधविश्वास और आधुनिकता की होड़ में भागदौड़ भरी जिंदगी जी रहे लोगों के असंतुलित खान-पान ने स्वास्थ्य पर गहरा असर डाला है। जिसकी वजह से हर व्यक्ति शरीर में किसी न किसी विटामिन या मिनरल की कमी से जूझ रहा है। शायद यही वो समय है जहाँ प्राकृतिक और प्रोबायोटिक्स गुणों से भरपूर चीज़ों को दोबारा से अपनाना समझदारी भरा कदम हो सकता है। उन्हीं में से एक केफिर (Kefir) भी है, जो प्राकृतिक और प्रोबायोटिक्स गुणों से भरपूर ड्रिंक माना जाता है। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।

फर्मेन्टेड केफिर, kefir and a milk bottle on a white table
प्राकृतिक और प्रोबायोटिक्स गुणों से भरपूर केफिर

THIS BLOG CONTAINS:

  1. क्या है केफिर?
  2. घर पर कैसे बनाए?
  3. क्या हैं इसके हेल्थ बेनिफिट्स?
  4. पीते समय अपनाएँ ये सावधानियाँ?

क्या है केफिर(Kefir)?

यह एक फर्मेन्टेड (Fermented) ड्रिंक है, जो दही जैसा दिखता है लेकिन असल में ये दही से पतला होता है। जो कई तरह के प्राकृतिक और प्रोबायोटिक्स गुणों से भरपूर होता है। इसके अंदर कैल्शियम और प्रोबायोटिक्स (हेल्दी बैक्टीरिया) बहुत अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं।

माना जाता है इसका इतिहास बहुत पुराना है, इसे पहली बार कॉकस माउंटेन्स एरिया (Caucasus Mountains Area) में रहने वाले लोगों ने बनाया था। वहां के लोग इसे “स्वास्थ्य का रहस्य” कहते हैं और वे इसका प्रयोग पीढ़ी दर पीढ़ी करते आ रहे हैं।

घर पर कैसे बनाए?

केफिर को बनाने के लिए हमे दो सामग्रियों की जरुरत पड़ती है।

  1. दूध (Milk) – दूध से बनने वाली इस ड्रिंक को बनाने में वैसे तो हम गाय और भैंस दोनों के दूध का इस्तेमाल कर सकते हैं। लेकिन गाय के दूध से बनाना ज्यादा लाभदायक होता है, क्योंकि गाय के दूध में प्रोटीन की मात्रा भैंस के दूध से ज्यादा होती है। जिसकी वजह से गाय का दूध, भैंस के दूध की तुलना में बहतर होता है।
  2. केफिर ग्रेन्स (Kefir grains) जैसे दूध से पनीर बनाने के लिए हमें नींबू या विनेगर (Vinegar) की जरुरत पड़ती है वैसे ही केफिर को बनाने के लिए, केफिर ग्रेन्स की जरुरत पड़ती है। आपको बता दें इनके अंदर इन्वाइरन्मेन्टल (Environmental) यीस्ट (Yeast) पाए जाते हैं, जिसके कारण इन्हें घर पर बनाना बहुत मुश्किल होता है।

केफिर को बनाने की विधि

सबसे पहले एक कांच की बोतल में 1 लीटर गाय का दूध भर लें, फिर उसमें गोभी के फूल जैसे दिखने वाले केफिर ग्रेन्स डाल दें। फिर इसे एक ऐसे कपड़े से ढक दें, जिसमें हवा का रेगुलेशन बना रहे। पूरे 24 घंटे बाद इसे खोलें और एक साफ़ फ़िल्टर कि मदद से इसे छान लें। छानने के बाद फ़िल्टर के ऊपर केफिर ग्रेन्स बच जाएंगे जिनको हम दोबारा इस्तेमाल कर सकते हैं।

बनाते समय अपनाए ये सावधानियाँ

  1. केफिर को कभी भी किसी धातु (Metal) की बोतल जैसे आयरन, पीतल आदि में न बनाएं, क्योंकि आयरन या पीतल के कारण उसके अंदर पाए जाने वाले लिविंग और यीस्ट बैक्टीरिया मर जाते हैं।
  2. केफिर से भरी बोतल को कभी एयर टाइट मत कीजिए, क्योंकि इसमें लिविंग बैक्टीरिया पाए जाते हैं। अगर हम पूरी तरह से बोतल में हवा नहीं जाने देंगे तो इसमें मौजूद बैक्टीरिया मर जाएँगे और इसे पीने से कोई भी फायदा नहीं होगा।

क्या हैं इसके हेल्थ बेनिफिट्स?

केफिर कई हेल्थ बेनिफिट्स से भरपूर होता है और इसमें पाए जाने वाले प्रोबायोटिक्स हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छे होते हैं। आइए जानते हैं इससे होने वाले फायदों के बारे में।

  1. केफिर के अंदर मौजूद प्रोबायोटिक्स हमारे शरीर में अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाते हैं। जिसकी वजह से गैस, कब्ज, अपच और पेट दर्द जैसी समस्याएं दूर हो जाती हैं और हमारा पाचन तंत्र बेहतर होता है।
  2. इसमें मौजूद मैग्नीशियम, फॉस्फोरस और प्रोबायोटिक्स हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं। जिससे हमारे शरीर में ऊर्जा बनी रहती है और हमारा मानसिक संतुलन बेहतर रहता है।
  3. इसमें मौजूद प्रोटीन, विटामिन B12, B2 और K2 हमारी मांसपेशियो और हड्डियों को मजबूत बनाते हैं।
  4. इसका नियमित सेवन करने से हमारी त्वचा में चमक आती है और बालों का टूटना भी कम हो जाता है।
  5. इसमें पाए जाने वाले प्राकृतिक और प्रोबायोटिक्स गुण दिल के रोगियों के लिए फायदेमंद होते हैं। इसके नित्य सेवन से हृदय रोग से छुटकारा पाया जा सकता है।
  6. इसके अंदर बहुत कम मात्रा में लैक्टोज पाया जाता है, इसलिए उन लोगों के लिए फायदेमंद होता है जिन्हे दूध से एलेर्जी होती है।

पीते समय अपनाएँ ये सावधानियाँ?

आपको बता दें कि केफिर एक सम्पूर्ण प्राकृतिक औषधि है, लेकिन इसका सेवन करने के लिए हमें कुछ सावधानियाँ अपनानी पड़ती हैं। आइए जानते हैं कि इसका सेवन करते समय हमें किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

  1. अगर आपको एलर्जी है, तो इसका सेवन सिर्फ डॉक्टर की सलाह से ही करें।
  2. जो व्यक्ति इसे पहली बार पीते हैं, उन्हें पेट दर्द या गैस हो सकती है। तो इसे एक लिमिट में ही पिएं।

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